स्टॉक में निवेश करना एक जोखिम भरा व्यवसाय हो सकता है – लेकिन, यदि आप समझदारी से निवेश करते हैं, तो आप पाएंगे कि निवेश में लाभ देने की क्षमता है। इतना ही नहीं, यह लोकप्रिय भी है। भारत की 2% आबादी शेयरों में निवेश करती है – और हालांकि यह ज्यादा नहीं लगता, पर यह 27.5 मिलियन से अधिक है!
शायद शेयरों के साथ डील करना कुछ ऐसा है जिसके बारे में आप सोचते हैं। यह जानना मुश्किल हो सकता है कि कहाँ से शुरू करें, विशेष रूप से इतनी अलग अलग तरह की मिलती सलाह के साथ। यह आर्टिकल आपको एक बेहतर आईडिया देगा कि शेयर बाजार क्या है। यह स्टॉक से डील करने के तीन मुख्य तरीकों के बारे में बताएगा: ब्रोकर के माध्यम से निवेश करना, डायरेक्ट स्टॉक खरीद योजना और ट्रेडिंग।
ब्रोकर के माध्यम से शेयर खरीदना
सरल शब्दों में, स्टॉक में निवेश का मतलब है कि आप किसी व्यवसाय के मूल्य का एक हिस्सा खरीद रहे हैं – एक शेयर खरीद रहें – जैसा कि स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिड है। शेयरों का एक समान मूल्य नहीं होता है; बल्कि, उनकी कीमत कंपनी के निवेश मूल्य के साथ बढ़ती और गिरती है, जो उस कंपनी के उत्पादों और सेवाओं के लिए बाजार की मांग से निर्धारित होती है।
स्टॉक में निवेश करना आय बनाने का एक लोकप्रिय तरीका है। आपके द्वारा निवेश किए गए फंड न केवल मुद्रास्फीति और करों से सुरक्षित हैं, बल्कि आप डिविडेंड के माध्यम से या अपने शेयरों को बेचकर भी अधिक कमा सकते हैं। इसके साथ ही, शेयर बाजार में निवेश करना पहले से कहीं ज्यादा आसान है।
यदि आपने निवेश करने का फैसला किया है, तो आप सोच रहे होंगे कि शुरुआत कैसे करें। नहीं पता है कहाँ से शुरू करें? ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदने और बेचने है, इसका तरीका जानने के लिए पढ़ें।
ऑनलाइन शेयर ख़रीदना
स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर खरीदना ऑनलाइन शेयर खरीदने का सबसे आसान तरीका है। अकाउंट बनाने के बाद, आप प्लेटफॉर्म के शेयरों की विस्तृत सूची को ब्राउज़ कर सकते हैं। जिसे आप खरीदना चाहते हैं पहले उसे ढूंढे, फिर कितने शेयरों को खरीदना है यह तय करें। आपके खाते में उतने फंड्स होने चहिए, जितने शेयर को आप खरीदना चाहते हैं।
एक बार जब आप दाम को स्वीकार कर लेते हैं, तो आपके स्टॉक आपके खाते में दिखाई देंगे। आपका खाता, और उसके भीतर के स्टॉक, सामूहिक रूप से आपके पोर्टफोलियो के रूप में जाने जाते हैं।
ऑनलाइन शेयर बेचना
शेयरों को ऑनलाइन बेचना उन्हें खरीदने से ज्यादा मुश्किल नहीं है। बस उन शेयरों का मूल्य या मात्रा चुनें जिन्हें आप बेचना चाहते हैं, फिर अपना सौदा करें। आपके द्वारा किया गया कोई भी रिटर्न आपके खाते में दिखाई देगा।
यह जानना मुश्किल है कि आपके शेयरों को बेचने का सही समय कब है, लेकिन कोशिश करें और इस मामले के बारे में गंभीर रूप से सोचें। इस बात की कितनी संभावना है कि व्यवसाय बढ़ता रहेगा? क्या अपने शेयरों को मौजूदा मूल्य पर बेचना बेहतर होगा? इस प्रकार के प्रश्न आपको स्वयं से पूछने चाहिए।
एक ब्रोकर ढूँढना
जब आप ट्रेडिंग की शुरुआत करते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने लिए सही ब्रोकर खोजें। दो तरह के ब्रोकर्स जिनसे आप सेवा ले सकते हैं वे फुल-सर्विस और डिस्काउंट ब्रोकर हैं, जिन दोनों के बारे में अब यह आर्टिकल बताएगा।
फुल-सर्विस ब्रोकर्स
फुल-सर्विस ब्रोकर्स द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की सूची अलग अलग फर्मों की अलग होगी। हालांकि, नीचे दी गई सूची आपको एक जनरल आईडिया दे सकती हैं कि आप किन सेवाओं की अपेक्षा कर सकते हैं:
- निवेश विशेषज्ञों से सलाह और मार्गदर्शन
- स्टॉक पर नवीनतम शोध तक पहुंच
- निजी हेज फंड में निवेश करने के अवसर
ऐसी सेवाएं बिना लागत के नहीं आती हैं। हालांकि, यह लागत जायज़ है अगर आपको अनुभवी विशेषज्ञों से सहायता और मार्गदर्शन मिलेगा।
डिस्काउंट ब्रोकर्स
यदि आपके पास इतने फंड्स नहीं है कि आप फुल-सर्विस ब्रोकर से सेवाएँ ले सकें, तो डिस्काउंट ब्रोकर्स आपके लिए अच्छा विकल्प है। उनके द्वारा प्रदान की जा रहीं मुख्य सर्विस हैं:
- कम लागत वाली सेवा, खासकर फुल-सर्विस फर्मों की तुलना में
- स्टॉक पर रिसर्च और सूचना तक पहुंच
- चूंकि डिस्काउंट ब्रोकर कंसल्टेशन नहीं देते हैं, वे आपको किसी विशेष स्टॉक में निवेश करने के लिए मनाने में रुचि नहीं रखते हैं, इसलिए उनकी सेवा निष्पक्ष है
हालांकि यह सच है कि डिस्काउंट ब्रोकर वैसे कंसल्टेशन नहीं देते हैं जैसे फुल-सर्विस फर्म देते हैं, फिर भी वे बहुत उपयोगी होते हैं, खासकर जब आप निवेश के क्षेत्र में नए होते हैं और अभी तक आपने बहुत अधिक बचत नहीं की है।
डायरेक्ट स्टॉक खरीद योजना का उपयोग करना
आप सोच रहे होंगे कि बिना ब्रोकर के ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें, या क्या ऐसा करना संभव भी है। बिलकुल, यह संभव है!
यदि ब्रोकर की सेवा लेना आपके लिए नहीं है, तो आप डायरेक्ट स्टॉक खरीद योजना (डायरेक्ट स्टॉक परचेस प्लान या डीएसपीपी) का उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं। डीएसपीपी उन लोगों के लिए हैं जो किसी व्यवसाय से सीधे स्टॉक खरीदना चाहते हैं।
डीएसपीपी उन निवेशकों के लिए फायदेमंद है जो अभी शुरुआत कर रहे हैं और जिनके पास कम फंड्स है। ऐसा इसलिए है क्योंकि डीएसपीपी की फ़ीस डिस्काउंट ब्रोकरों की तुलना में बहुत कम है – कभी-कभी तो कोई शुल्क नहीं होता। हालांकि, यह नोट करना महत्वपूर्ण है कि सभी कंपनियां डीएसपीपी की पेशकश नहीं करती हैं, और उनमें ऐसे प्रतिबंध शामिल हो सकते हैं जो यह निर्धारित करते हैं कि आप कब स्टॉक खरीद सकते हैं।
ट्रेडिंग
आइए देखें कि ऑनलाइन स्टॉक कैसे खरीदें, बेचें और ट्रेड करें।
जबकि निवेशक स्टॉक खरीदने और होल्ड करने के माध्यम से समय के साथ धीरे-धीरे फंड्स जमा करते हैं, ट्रेडर बाजार में शोर्ट –टर्म उतार-चढ़ाव का लाभ उठाते हुए अधिक बार ट्रांसेक्शन करते हैं।
ट्रेडर्स विभिन्न तरह के होते हैं, जिनमें से कुछ दूसरों की तुलना में अपनी पोजीशन लंबे समय तक रखते हैं, लेकिन सिद्धांत एक ही है: आप वास्तविक संपत्ति के मालिक बने बिना स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं। सुझाव यह है कि मूल्य दिशा की सही भविष्यवाणी करना और उन स्तरों को निर्धारित करना जहाँ तक कीमत एक निश्चित अवधि के भीतर पहुंचने में सक्षम है। समय सीमा कुछ मिनटों से लेकर कई हफ्तों तक हो सकती है।
अंतिम विचार
इस आर्टिकल में आपको ऑनलाइन निवेश करने की कुछ बुनियादी बातों के बारे में बताया गया है। सुनिश्चित करें कि आपने इन सुझावों पर ध्यान दिया है और ट्रेडिंग करते समय ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का चयन करने से लेकर खरीदारी या बिक्री करने तक हर चीज में अपने विकल्पों के बारे में सावधानी से सोचें।